नई दिल्ली। बीते दिनों इंदौर में कांग्रेस के प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने ऐन वक्त पर नाम वापस ले लिया और इंदौर में कांग्रेस उम्मीदवार विहीन हो गई। यह पहला मामला नहीं था। इससे पहले सूरत में कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभाणी का फार्म निरस्त हो गया था इसके चलते सूरत में बीजेपी प्रत्याशी निर्विरोध ही चुनाव जीत गए। इंदौर के बाद पुरी में भी कांग्रेस प्रत्याशी सुचारिता मोहंती ने नाम वापस ले लिया। इसकी वजह उन्होंने कथित रूप से पार्टी के पास फंड का अभाव बताया।
अब इस परिदृश्य पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हर पार्टी को अच्छे कार्यकर्ताओं को टिकट देना चाहिये। कांग्रेस ऐसे कार्यकर्ताटों को टिकट दे देती है तो कि स्वयं ही मैदान छोड़कर भाग जाते हैं। अब इसमें आखिर भाजपा क्या कर सकती है।
विपक्ष सहित कांग्रेस को मिलकर यह सोचना चाहिये कि यह स्थिति क्यों बन रही है। आखिर खोजने से भी सही प्रत्याशी क्यों नहीं मिल पा रहा है। इसका मतलब तो ये हुआ कि कांग्रेस उम्मीदवार भी यह जान गए हैं कि कांग्रेस की बातें फर्जी हैं और वादे भी फर्जी हैं। तो जब यही नेता झूठे वादे लेकर जनता के सामने जाते हैं तो उनसे सवाल किए जाते हैं। उनके कार्यकर्ताओं के लिए यह स्थिति बन गई है कि वे अपने ही नेता को डिफेंड नहीं कर पा रहे हैं।