धार। निसरपुर जनपद शिक्षा केंद्र के ब्लाक अकादमिक समन्वयक को शनिवार को दोपहर में लोकायुक्त की टीम ने तीन हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए कुक्षी के मनावर चौराहे पर रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। समूह के संचालन के लिए मिलने वाले 12 हजार रुपये प्रति माह में से हर माह तीन हजार रुपये देने की मांग की गई थी। पहली किस्त देते हुए रंगे हाथ पकड़ाया। आरोपित के खिलाफ भष्टाचार अधिनियम के प्रकरण दर्ज किया गया है।
मामले को लेकर लोकायुक्त पुलिस इंदौर के उप पुलिस अधीक्षक आरडी मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि 32 वर्षीय दशरथ बामनिया पुत्र सीताराम निवासी ग्राम रसवा ब्लाक निसरपुर ने आरोपित बृजमोहन गर्ग ब्लाक एकडेमिक कार्डिनेटर, जनपद शिक्षा केंद्र निसरपुर शिकायत की थी।
आवेदन में बताया था कि पत्नी सीमा बामनिया वर्ष 2017 से ग्राम रसवा विकासखंड निसरपुर में शाप्रावि और आंगनबाड़ी में गायत्री स्वसहायता समूह के माध्यम से मध्यान्न भोजन दिया जा रहा है। मध्याह्न भोजन के लिए गेहूं एवं चावल शासन द्वारा निश्शुल्क प्रदान किया जाता है। इसके अतिरिक्त 12 हजार रुपये प्रति माह शासन द्वारा तेल, दाल, मसाले, सब्ज़ी, लकड़ी आदि के लिए समूह को दिए जाते हैं।
गत 20 मार्च को आरोपित द्वारा बामनिया को बुलाकर कहा कि तुम्हारी पत्नी स्व सहायता समूह चलाती है। इसके लिए शासन द्वारा प्रतिमाह राशि प्रदान की जाती है। अगर तुम्हारी पत्नी आगे भी समूह का संचालन करना चाहती है तो मुझे 3000 रुपये प्रतिमाह देना होंगे, नहीं देने पर समूह द्वारा चलाए जा रहे मध्याह्न भोजन के संबंध में खराब रिपोर्ट भेज दूंगा। तुम्हारी पत्नी का समूह से नाम हटवा दूंगा। इसकी शिकायत बामनिया द्वारा लोकायुक्त कार्यालय इंदौर को की गई थी।