नई दिल्ली | लोकसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान से पहले कांग्रेस पार्टी ने सेना भर्ती के लिए शुरू की गई ‘अग्निपथ’ योजना पर खास फोकस किया है। राहुल गांधी से लेकर पार्टी के दूसरे नेता, अपनी चुनावी रैलियों में ‘अग्निपथ’ योजना की कमियां गिना रहे हैं। इतना ही नहीं, कांग्रेस नेता, इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर भी लगातार मुखर हैं। मंगलवार को राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘अग्निपथ’ योजना, भारतीय सेना और देश की रक्षा करने का सपना देखने वाले बहादुर युवाओं का अपमान है। यह भारतीय सेना की नहीं, नरेंद्र मोदी के कार्यालय में बनी योजना है, जिसे सेना पर थोप दिया गया है। दूसरी तरफ, कांग्रेस पार्टी के पूर्व सैनिक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष रिटायर्ड कर्नल रोहित चौधरी ने कहा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ‘अग्निपथ’ पर अस्पष्ट इसलिए हैं, क्योंकि भाजपा युवाओं को गुमराह करके सिर्फ लोकसभा चुनाव में वोट लेना चाहती है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले दिनों कहा था कि उनकी सरकार जरूरत पड़ने पर अग्निवीर भर्ती योजना में बदलाव के लिए तैयार है। हालांकि राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान रक्षा मंत्री ने कहा, अग्निवीरों का भविष्य बेहद सुनहरा है। अग्निवीरों को अलग-अलग सरकारी विभागों में नौकरी मिलेगी। राहुल गांधी ने अग्निवीरों को लेकर अपनी पोस्ट में लिखा, शहीदों के साथ दो तरह का व्यवहार नहीं किया जा सकता, हर व्यक्ति जो देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देता है, उसे शहीद का दर्जा मिलना चाहिए। इंडिया गठबंधन की सरकार बनते ही इस योजना को तुरंत रद्द कर सेना में पुरानी स्थायी भर्ती प्रक्रिया फिर से लागू की जाएगी।