भोपाल | इन दिनों जिले में गेहूं की खरीदी उपार्जन केंद्रों पर समर्थन मूल्य पर की जा रही है। जहां पर खरीदा हुआ गेहूं भी रखा जा रहा है। इसी बीच पिछले तीन दिन से भोपाल और आसपास के इलाकों में मौसम का मिजाज बिगड़ गया है। हवा-आंधी चलने के साथ रुक-रुककर बारिश भी हो रही है, फिर भी जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया और बुधवार दोपहर को हुई तेज वर्षा की वजह से खरीदा गया सरकारी गेहूं भीग गया। यदि समय पर उपाय किए जाते तो गेहूं को भीगने से बचाया जा सकता था।
जानकारी के अनुसार जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए 80 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 14 का जिम्मा समितियों के पास है, जहां रजिस्टर्ड किसानों का गेहूं खरीदा जा रहा है। ज्यादातर उपार्जन केंद्रों को निजी वेयरहाउस पर बनाया गया है, जिससे गेहूं खरीदी के तुरंत बाद गेहूं को सुरक्षित रखा जा सके। भोपाल सहित आसपास के क्षेत्र में रविवार से पानी गिर रहा है, जिसको लेकर सभी प्रबंधकों को एहतियात बरतने की हिदायत दी गई थी, लेकिन बुधवार को कोढ़िया समिति के भगवान वेयरहाउस केंद्र के बाहर खेत में रखा करीब ढाई सौ क्विंटल गेहूं पानी में भीग गया। यहां पर स्वसहायता समूह की महिलाओं को गेहूं खरीदने की जिम्मेदारी दी गई है। पानी गिरने के दौरान यहां पर पन्नी का तिरपाल मौजूद नहीं था, जिसकी वजह से गेहूं पानी में भीगा है। जिला आपूर्ति नियंत्रक का कहना है कि जिन वेयरहाउस में पानी की वजह से गेहूं भीगा है, वहां से रिपोर्ट मांगी गई है।