



धमतरी। तेज गर्जना के साथ अंचल में सुबह कुछ समय तक बेमौसम बारिश हुई। बारिश होने से लोगों को भारी गर्मी और उमस से थोड़ी राहत मिली। इधर किसानों के खेतों में पककर तैयार धान फसल पर बेमौसम बारिश का खतरा मंडराने लगा है। बेमौसम बारिश व खराब मौसम ने किसानों की धड़कनें तेज कर दी है।
अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में तापमान का पारा 41 डिग्री पार हो चुका है। लोग भारी गर्मी और उमस से हलाकान है। पंखा व कूलर काम नहीं कर रहा है, इससे बेचैनी बढ़ गई है। इस बीच सात अप्रैल की सुबह से अचानक मौसम में परिवर्तन हुआ। आसमान पर बादल छाने के साथ तेज गर्जना और आंधी-तूफान के साथ बेमौसम बारिश शुरू हो गई। कुछ समय के लिए हल्की बारिश हुई। खराब मौसम और रूक-रूककर हल्की बारिश का दौर जारी रहा।
अचानक हुई इस बारिश से भारी गर्मी और उमस से लोगों को काफी राहत मिली है। सुबह साढ़े आठ बजे तक आसमान में बादल छाए रहने से तापमान का पारा 31 डिग्री रहा, जबकि अन्य दिनों में इस समय तक तापमान का पारा 37 डिग्री पार कर जाता था। मौसम बदलने से तापमान का पारा गिर चुका है। दोपहर में अधिकतम 37 डिग्री तापमान पड़ने की संभावना है। मार्निंगवाक पर निकले लोग बारिश से बचने इधर-उधर ठहरे, बारिश थमने के बाद राहत की सांस ली।
इस बीच बेमौसम बारिश और खराब मौसम ने किसानों की धड़कनें तेज कर दी है, क्योंकि अधिक बारिश होने पर किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं बाड़ी व नर्सरी में पेड़ों पर आम फसल तैयार हो रही है। आंधी-तूफान और बेमौसम बारिश होने आम फसल भी प्रभावित हुआ है। उपसंचालक कृषि मोनेश कुमार साहू ने बताया कि रबी सीजन में धान फसल लेने वाले किसानों के खेतों फसल लहलहाने लगा है। कुछ किसानों के फसल पककर तैयार है। अधिक बारिश होने पर उन्हें नुकसान है।
जिले के किसानों ने रबी सीजन में करीब 40 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबा पर बोर सिंचाई सुविधा के माध्यम से रबी धान फसल लिया है। ऐसे किसानों के खेतों में धान फसल लहलाने लगा है। वहीं ग्राम लोहरसी, मुजगहन, पोटियाडीह, खरतुली, कोलियारी, अछोटा, भोयना, शंकरदाह, हरफतराई, खरीफ, भानपुरी समेत कई गांवों में धान फसल पककर तैयार है। किसान जल्द ही कटाई-मिंजाई की तैयारी में है।