इंदौर | आज से एमपी हाईकोर्ट की इंदौर और ग्वालियर खंडपीठ का नया भवन का निर्माण कार्य शुरु हो गया है. इसका शिलान्यास एमपी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रवि मलिमथ ने रिमोट दबाकर किया. हाईकोर्ट की बिल्डिंग के अलावा न्यायिक अकादमी कॉम्प्लेक्स का भी नया भवन बनाया जा रहा है.जबलपुर के मानस भवन में आयोजित समारोह में रवि मलिमथ ने कहा कि यह निर्माण मध्यप्रदेश के लिये ऐतिहासिक है.
एमपी के चीफ जस्टिस रवि मलिमथ ने कहा कि ये निर्माण न्याय को सुचारू बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं.ये लंबे समय तक न केवल बार और बेंच की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करेंगी बल्कि इनसे पक्षकारों को भी न्याय प्रदान करने की प्रक्रिया में गति आयेगी. हाईकोर्ट में पदनामित जजों की संख्या न बढ़ाने का एक प्रमुख कारण बुनियादी ढांचे का अभाव होना भी था. इन भवनों का निर्माण पूरा होने पर ये न्याय प्रक्रिया को गति दिलाने में सहायक होंगे.
एमपी हाईकोर्ट में करीब 4 लाख केस पेंडिंग हैं. नए भवनों के निर्माण के बाद इनका बोझ कम होगा. जबलपुर, इंदौर और ग्वालियर में कुल कोर्ट रूम बढ़कर 123 हो जाएंगे. भवन तैयार होने के बाद नए जजों की भी न्युक्ति की जाएगी. जिससे पेंडिंग मामलों को निपटाने में आसानी होगी |
चीफ जस्टिस मलिमथ ने कहा कि हाई कोर्ट की इंदौर एवं ग्वालियर खंडपीठ के नये भवन की डिजाइन को वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को देखते हुये अंतिम स्वरूप दिया गया है. जबलपुर में 485.84 करोड़ रुपये की लागत से राज्य न्यायिक अकादमी कॉम्प्लेक्स का निर्माण होगा. यहां शैक्षणिक और अकादमिक सुविधाओं के साथ-साथ 2 हजार लोगों के बैठने के लिए एक बड़ा आडिटोरियम हॉल होगा.
करीब 406.23 करोड़ रुपये है. इस भवन में भी 31 कोर्ट रूम बनेंगे. जिसमें चीफ जस्टिस के कोर्ट हॉल के साथ-साथ चेम्बर्स तथा इंदौर खंडपीठ की नवीन कोर्ट बिल्डिंग की तरह सभी सुविधाएं होंगी.वहीं 430 फोर वीलर और 1100 टू वीलर पार्किंग प्लेस होंगे. इसी तरह इंदौर खंडपीठ के नए भवन में भी 31 कोर्टरूम और 465 फोर वीलर व 400 तू वीलर पार्किंग सुविधा दी जाएगी.