



छिंदवाड़ा | पिछले नगर निगम चुनाव में महापौर का पद एसटी वर्ग के लिए आरक्षित था, कांग्रेस में आधा दर्जन से ज्यादा दावेदार थे, लेकिन सबको पीछे छोड़कर विक्रम अहाके को टिकट दिया गया। 34 वर्षीय विक्रम अहाके पेशे से किसान हैं। ग्रेजुएट विक्रम सिंगोड़ी ब्लॉक से आते हैं।
छिंदवाड़ा के मेयर विक्रम अहाके के राहुल गांधी भी मुरीद हैं। उन्होंने विक्रम की जीत के बाद इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट किया था। जिसका शीर्षक उन्होंने लिखा था- ‘मां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पिता किसान और बेटा महापौर’। उन्होंने विक्रम का लकड़ियां कंधे पर ले जाते, तेंदू पत्ते से कुछ सामान बनाते और मां के पैर छूते तीन फोटो भी पोस्ट किए थे। पोस्ट में उन्होंने लिखा था- ‘अगर सच्ची मेहनत, लगन और ईमानदारी से सपनों के लिए लड़ा जाए, तो इंसान कुछ भी हासिल कर सकता है।
प्रियंका गांधी ने विक्रम के मेयर का चुनाव जीतने के बाद इंटरनेट मीडिया पर जमकर तारीफ की थी। उन्ही विक्रम ने पार्टी से नाराज होकर आज कांग्रेस छोड़ दी। भाजपा जॉइन करने के बाद विक्रम ने कहा- देश और प्रदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। अब छिंदवाड़ा में भी कमल का फूल खिलेगा। मैं ऐसी पार्टी में नहीं रहना चाहता, जहां आदिवासयों का अपमान होता है।
ग्राम पंचायत चुनाव में विक्रम अहाके पांचवे नंबर पर रहे थे, लेकिन कमल नाथ ने भविष्य की संभावना को देखते हुए उन्हें महापौर का टिकट दिलाई। बता दे कि विक्रम अहाके पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के बहुत करीबी रहे हैं।