सागर। डाॅ हरीसिंह गौर विवि में दिव्यांग छात्रों द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान हुए विवाद के बाद सिविल लाइन थाने में नामजद 22 आरोपित छात्रों में से 7 उत्तर प्रदेश बार काउंसिल में अधिवक्ता हैं। इन छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति के लिए राज्य विधा परिषद उत्तर प्रदेश की ओर से कुलपति को पत्र लिखा गया है।
बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष शिव किशोर गौर ने पत्र में बताया कि विवि में परा स्नातक विधि अध्ययनरत सूर्य प्रकाश त्रिपाठी, मृत्युंजय पांडेय, राहुल सिंह, कार्तिकेय दुबे, कुलदीप पटेल, नीरज यादव व अश्विन कुमार यूपी बार एसोसिएशन में भी बतौर अधिवक्ता पंजीकृत हैं।
इन छात्रों को भी विवि में हुए हंगामे के बाद आरोपित बनाया गया है। 18 मार्च को आदेश जारी करते हुए 15 कार्य दिवस के लिए निष्काषित कर दिया गया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता से छात्रों के भविष्य व परिवार की जिम्मेदारी को देखते हुए 8 अप्रैल से होने वाली परीक्षा में बैठने की अनुमति देने की मांग की है।
गौरतलब है कि विवि में बलवा, शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाना, घेर लेना, कहीं जाने न देने जैसे कई गंभीर धारा में विवि प्रशासन की ओर से कुल 22 छात्रों को आरोपित बनाया गया है, जिसमें से चार छात्रों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है, जिन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया, वहीं अन्य आरोपित अभी फरार बताए जा रहे हैं। फरार छात्रों में से पिछले दिनों 9 छात्रों ने जिला सत्र न्यायालय सागर में अग्रिम जमानत की अपील की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है।